स्पोर्ट्स एजेंट पर स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट की निगाह

दीप्ति अंगरीश

फिल्म 22 यार्ड्स में एक क्रिकेट एजेंट और एक उभरते क्रिकेटर की लाइफ और चैलेंज्स को दिखाया गया है। इस फिल्म में बरुण के साथ ही राजेश शर्मा, पंछी बोरा, अमोल पालेकर, टिस्का चोपड़ा, गीतिका त्यागी और चैती घोषाल भी लीड रोल्स में नजर आएंगे। बता दें कि फिल्म 22 यार्ड्स का प्रीमियर ‘साउथ एशियन फिल्म फेस्टिवल’ में हो चुका है। फिल्म का निर्देशन खेल पत्रकार मिताली घोषाल कर रही हैं। वह इस स्पोर्ट्स-बेस्ड फिल्म के साथ बॉलीवुड में अपनी शुरुआत करेंगी। इसे 15 मार्च को बिग स्क्रीन पर देख सकते हैं।

स्पोर्ट्स को लेकर फिल्में बनती रहती हैं। इस फिल्म का सब्जेक्ट स्पोर्ट्स से जुड़ा है। फिर भी इतर है। आपको स्पोर्ट्स एजेंट पर फिल्म बनाने का आइडिया कैसे क्लिक किया?
हां, आप सही कह रहे हैं। फिल्म इंडस्ट्री अटी पड़ी है स्पोर्ट्स फिल्मों से। पर हमारी टीमवर्क की फिल्म 22 यार्ड्स एक अनूठी है। इस काॅन्सेप्ट की फिल्म बाॅलीवुड में पहली है। इस विलग काॅन्सेप्ट का आइडिया मेरे प्रोफेशन ने दिया। बता दूं कि मैं भी आपकी तरह जर्नलिस्ट हूं। पर हार्डकोर स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट।

स्पोर्ट्स पर्सन नहीं स्पोर्ट्स एजेंट ही क्यों?
एक आम इंसान स्पोर्ट्स को सिर्फ स्पोर्ट्स ग्राउंड से जानता है। फिर चाहे क्रिकेट हो या फुटबाल या हाॅेकी । स्पोर्ट्स की इनडेप्थ कहानी कोई नहीं जानता। उस कहानी का अहम किरदार होता है स्पोर्ट्स एजेंट। यह शख्स स्पोर्ट्स को फाइनेंशल स्पोर्ट देता है। इसके अलावा फिल्म 22 यार्ड्स के लेखक ने एक सुंदर कहानी लिखी। और तो और मैंने एक खेल एजेंट पर एक कहानी बनाने की योजना नहीं बनाई थी, लेकिन एक फिल्म निर्माता के दृष्टिकोण से, मुझे यह कहानी बहुत अच्छी लगी। सो, मैंने इसे दर्शकों को बताने का फैसला किया।

आपने स्पोर्ट्स एजेंट की किस इमेज को हाईलाइट कर है?
फिल्म 22 यार्ड्स क्रिकेट एजेंट और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट उद्योग के साथ एक क्रिकेटर की यात्रा है। असल में स्पोर्ट्स स्पाॅन्सर्स, एडविटाइजर्स, मीडिया, सीलेक्टर्स और एडमिनीस्ट्रेटर्स पर काफी निर्भर करता है। मैंने देखा है कि क्रिकेट एजेंट कितने बड़े होते हैं और वे कितनी ताकत लगाते हैं। मैं हैरान हूं कि बहुतेरे लोग स्पोर्ट्स एजेंट्स के बारे में जानकारी नहीं रखते।

बतौर जर्नलिस्ट फिल्म 22 यार्ड्स के लिए आपने कास्ट को क्या-क्या टिप्स दिए?
मुझे गर्व है कि जर्नलिस्ट की 5 डब्लू इस फिल्म पर पड़े। कहानी के बारे में आप काफी जान गए होंगे। जर्नलिस्ट के 5 डब्लू इस फिल्म में मैंने लीड एक्स्ट्रेस गीतिका त्यागी को दिए। इस फिल्म में गीतिका एक पत्रकार की भूमिका में हैं, जो एक सनसनीखेज कहानी के माध्यम से सोबती के करियर को बर्बाद कर देती है। वैसे मैंने उसे टिप्स दिए, पर गीतिक भी जर्नलिस्ट रह चुकी हैं। हमारी बीट अलग-अलग रहीं। एक की स्पोर्ट्स, तो दूसरी की क्राइम।

इस फिल्म में बरुन सोबती भी हैं। उनके किरदार के बारे में बताएं?
यह तो आप जान गए कि फिल्म स्पोर्ट्स एजेंट और स्पोर्ट्स एरीना के आसपास घूमती है। इस फिल्म में बरुन सोबती एक स्पोर्ट्स एजेंट हंै, जो अपने करियर में गिरावट का सामना करता है। कैसे वह और एक युवा क्रिकेट खिलाड़ी अपना प्रभाव डालने और क्रिकेट की दुनिया को बदलने के लिए एक साथ आते हैं। बरुन बड़ी लीग में खेलता है, लेकिन एक ही झटके में यह सब हार जाता है। छुटकारे के लिए बोली में, वह एक प्रतिभाशाली लड़के को क्रिकेट में बड़ा बनाने में मदद करता है। और भी बहुत कुछ है। उनके चरित्र में विभिन्न परतें हैं। बहुत बारीकियां हैं। इसके लिए फिल्म को देखिए।

स्पोर्ट्स एजेंट वास्तविकता के कितने करीब हैं?
बहुत करीब है। फिल्म में जिन चीजों को चित्रित किया गया है उनमें से अधिकांश को वास्तविक परिदृश्य से ही लिए गए हैं।

इस फिल्म को बायोपिक कह सकते हैं?
फिल्म में हर हिस्सा असली है। सम्राट ने पटकथा लिखी है। यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और क्लब क्रिकेट से प्रेरित है। ये कैसे कार्य करते हैं। मैंने एक निश्चित व्यक्ति पर एक बायोपिक नहीं बनाई है, यह उन सभी पात्रों की बायोपिक है जो हम अक्सर क्रिकेट की दुनिया में देखते हैं।

टेलीविजन और बॉलीवुड में आपको क्या बड़ा अंतर लगता है?
यह तो वही बात हो गई कि पहले मुर्गी या पहले अंडा। बात करें तो अंतर की, तो टेलीविजन और बाॅलीवुड दोनों बेहतरीन है। आप किसे भी कमतर नहीं आंक सकते। हां, एक प्रोफेशनल होने के नाते मैं कहूंगी कि जिसे भी आप चयन करें अपना बेस्ट दें। यही बेस्ट आपको सबकुछ देगा। नेम, फेम और मनी।

फिल्म बनाते समय आपको किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा?
मुझे सौरव गांगुली का समर्थन मिला था। सौरव ने फिल्म का ट्रेलर लॉन्च किया था। सिर्फ इतना नहीं उन्होंने इस फिल् के लिए आए थे और उन्होंने इसका हर संभव तरीके से समर्थन किया। मुझे शुरू में कुछ परेशानी का सामना करना पड़ा। जिनसे मैं सौरव और अपनी टीम के स्पोर्ट से निपट पाई।

 

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