पश्चिम बंगाल में ममता की उल्टी गिनती शुरूः अमित शाह

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सीधा हमला बोलते हुए बुधवार को कहा कि राज्य से तृणमूल कांग्रेस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। ममता बनर्जी 23 मई तक का इंतजार करें राज्य की सत्ता से उनके दिन अब पूरे हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस जितना ही हिंसा का कीचड़ फैलाएगी भाजपा का ‘कमल’ उतना ही खिलकर सामने आएगा। इसके साथ ही शाह ने दावा किया कि 2019 के आम चुनाव में मतदान के पांचवें और छठे चरण में भाजपा पूर्ण बहुमत का आंकड़ा पार कर गई है। सातवें चरण के मतदान में 300 से ज्यादा सीटें हासिल करने जा रहे हैं।

 शाह ने भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस पर राज्य में चुनाव के दौरान हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि छह चरणों के मतदान के दौरान जिस तरह राज्य में हिंसा हुई है, उसके पीछे सीधे तौर पर तृणमूल कांग्रेस का हाथ है। ममता बनर्जी और उनकी पार्टी केवल 42 सीटों पर और भाजपा पूरे देश में चुनाव लड़ रही है। हर राज्य में भाजपा की लड़ाई अलग-अलग दलों से है किंतु इस तरह की हिंसा कहीं नही हुई, जिस तरह पश्चिम बंगाल में हो रही है।
शाह ने कहा कि मंगलवार को रोड शो के पहले ही प्रधानमंत्री और उनके बैनर फाड़े गए। पुलिस मूकदर्शक बनी रही। भाजपा कार्यकर्ता फिर भी शांत रहे। भाजपा नेता ने कहा, रोड शो के दौरान जनता का अभूतपूर्व समर्थन  देखकर ममता बनर्जी बौखला गईं और उसके बाद हिंसा की घटनाओं को अंजाम दिया गया।
उन्होंने कहा कि ईश्वरचंद विद्यासगर की मूर्ति भाजपा ने नहीं तोड़ी बल्कि झूठी सहानूभूति हासिल करने के लिए तृणमूल के गुंडों ने प्रतिमा तोड़ने का काम किया। तीन बार हमले किए गए और तीसरे हमले में तोड़फोड़, आगजनी और बोतल में केरोसिन डालकर हमला किया गया। सुबह से पूरे कोलकाता में चर्चा थी कि यूनिवर्सिटी के अंदर से आकर कुछ लोग दंगा करेंगे। पुलिस ने कोई जांच नहीं की और न ही किसी को गिरफ्तार करने की कोशिश की।
शाह ने कहा कि जहां ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा रखी है वो जगह कमरों के अंदर है। कॉलेज बंद हो चुका था, सब लॉक हो चुका था, फिर किसने कमरे खोले। ताला भी नहीं टूटा है, फिर चाबी किसके पास थी। उन्होंने कहा कि यह सारा काम तृणमूल के कार्यकर्ताओं का है। वोटबैंक की राजनीति के लिए महान शिक्षा शास्त्री की प्रतिमा को तोड़ने का मतलब है कि तृणमूल कांग्रेस की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
अमित शाह ने चुनाव आयोग  की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में आयोग पक्षपाती रवैया अपना रहा है और मूकदर्शक बना हुआ है। उसे तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्यों चुनाव आयोग चुप बैठा है? पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान हिंसा की घटनाओं से आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को कोलकाता में शाह के रोड शो के दौरान भाजपा और तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। हालांकि, तोड़फोड़ और आगजनी के दौरान शाह को किसी तरह की चोट नहीं आई और पुलिस उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले गई थी।

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