नई दिल्ली। इंडिया गेट पर बच्चियों के बलात्कारियों पर त्वरित कार्रवाई और फांसी की सजा होने पर 6 महीने के भीतर या जल्द से जल्द फांसी दिए जाने की मांग को लेकर वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार और समाजसेवियों द्वारा एक स्वतरू स्फूर्त प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इसमें वरिष्ठ पत्रकार श्री चंद्रकांत प्रसाद सिंह, कवि मित्रपाल सिसोदिया, कवि श्री अरविंद पथिक, लेखक और व्यंग्यकार एवं संपादक श्री राज किशोर सिन्हा, लेखिका वंदना सिंह और कुमारी वंदना, श्री प्रमोद राय, हिंदू महासभा के दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विजय सोनकर, मूलचंद, रंजना जी, सामाजिक कार्यकर्ता सुमित कुमार, सुशील कुमार, योगेंद्र जी, प्रमोद राय, छात्रा कुसुमांजलि सिंह ने विचार रखे। सन 2019 के शुरुआती छः महीने में बच्चियों से बलात्कार के आंकड़े चैंकाने वाले हैं, 24000 बच्चियां इसकी शिकार हुई हैं और यह सिर्फ सरकारी आंकड़े हैं, वास्तविक संख्या और अधिक हो सकती है। फांसी में देरी के चलते आपराधिक मानसिकता के लोगों में कानून का भय नहीं है।
देश भर में फांसी की सजा पाने के बाद भी अब तक जीवित बलात्कार के दोषियों की संख्या लगभग 60 है और धनंजय चटर्जी के बाद भारत में इस आरोप में किसी को फांसी नहीं हुई। इसके लिए बींदहम.वतह कैंपेन और ेपहदंजनतम बंउचंपहद के साथ ही फेसबुक ग्रुप और पेज बनाकर एवं दो महीने बाद फिर से बड़े स्तर का प्रदर्शन कर इस मांग को सरकार और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचाने का निर्णय लिया गया। साथ ही वहां उपस्थित जनसामान्य के बीच हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई।