ग्रामीण महिलाओं के कौशल विकास के लिए अदाणी फाउंडेशन को अवार्ड मिला

अहमदाबाद। महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए अदाणी कौशल विकास केंद्र (एएसडीसी) को ‘सर्वश्रेष्‍ठ कॉर्पोरेट फाउंडेशन’ के लिए सीएसआर टाइम्स अवार्ड प्रदान किया गया। यह अवार्ड नई दिल्ली में श्री जी. किशन रेड्डी, गृह राज्य मंत्री, भारत सरकारकी उपस्थिति में प्रदान कियागया। इस अवसर पर श्री एम. पी. वीरेंद्र कुमार, सदस्य राज्य सभा और श्रीमती रेखा शर्मा अध्यक्ष, एनसीडब्‍ल्‍यू इंडिया मौजूद रहे।
एएसडीसी राष्ट्रीय स्तर के कौशल कार्यक्रम ‘सक्षम’ का संचालन करता है, जो अदाणी फाउंडेशन की एक पहल है।
अदाणी कौशल विकास केंद्र (एएसडीसी) कौशल के मामले में आने वाले अंतर को दूर करने और इस तरह राष्ट्र निर्माण में योगदान देने पर केंद्रित है। यह कार्यक्रम भारत सरकार के स्‍किल इंडिया मिशन के अनुसार तैयार किया गया है।
एएसडीसी ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के साथ भागीदारी की है और 40,000 युवाओं को प्रशिक्षित किया है। वर्तमान में भारत के आठ राज्यों में 65 से अधिक केंद्र संचालित हैं, जो 40 विषयों में कौशल प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
झारखंड के महत्‍वाकांक्षी जिले गोड्डा में 1500 से अधिक महिलाओं को अदाणी कौशल विकास केंद्र के माध्यम से सिलाई का प्रशिक्षण दिया गया है। गोड्डा जिला प्रशासन के सहयोग से अदाणी फाउंडेशन ने एक मेगा गारमेंट प्रोडक्शन हब की स्थापना की है, जहां महिलाएं स्कूल यूनिफॉर्म और बैग जैसी विभिन्न वस्तुओं की सिलाई करती हैं। गोड्डा जिला प्रशासन ने महिलाओं को 12 करोड़ रुपये के 3 लाख जोड़ी यूनिफॉर्म सिलकर देने की जिम्मेदारी सौंपी है। ग्रामीण महिलाओं को हर महीने औसतन 5,000 रुपये से लेकर 25,000 रुपये की आय हो रही है।
अदाणी कौशल विकास केंद्र क्षेत्र की संस्कृति को संरक्षित करने के लिए हस्तशिल्प को पुनर्जीवित कर रहा है। गुजरात के मुंद्रा में ‘आरम्भ’ कार्यक्रम के अंतर्गत समुदाय की महिलाओं के एक समूह को प्रशिक्षित करके सूफ जैसे हस्तशिल्प को पुनर्जीवित किया जा रहा है। गुजरात के भुज में युवा विधवा महिलाओं जैसे हाशिए पर रहने वाले समूहों को मरीजों की देखभाल एवं सहायता के लिए पेशेंट केयर एंड असिस्टेंस (जनरल ड्यूटी असिस्टेंट कोर्स) में प्रशिक्षित किया जा रहा है और उन्हें विभिन्न प्रतिष्ठित अस्पतालों में सफलतापूर्वक रोजगार दिया जा रहा है।
अदाणी फाउंडेशन के बारे में
अदाणी फाउंडेशन की स्थापना 1996 में अदाणी ग्रुप ने अपने सीएसआर, सस्टेनेबिलिटी और कम्युनिटी आउटरीच संस्‍था के रूप में की थी। तब से फाउंडेशन हाशिए पर जीवनयापन कर रहे और कम विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। यह भारत के 18 राज्यों के 2250 गांवों में काम कर रहा है।
2018-19 के दौरान, विकास के समावेशी और एकीकृत दृष्टिकोण के माध्यम से अदाणी फाउंडेशन 3.2 मिलियन व्यक्तियों के जीवन में सकारात्मक प्रभाव लाया है।
अदाणी फाउंडेशन सतत विकास लक्ष्यों के अनुसार कार्य करते हुए चार प्रमुख क्षेत्रों – शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और सामुदायिक आधारभूत संरचना विकास के क्षेत्र में काम करता है। समुदायों के समावेशी और सतत विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए, अदाणी फाउंडेशन चार विशेष परियोजनाएं संचालित करता है, जिनमें ‘सुपोषण’, ‘स्वच्छाग्रह’, ‘सक्षम’ और ‘उडान’ शामिल हैं।

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