#UPElection2022 :पार्टियों का भविष्य तय करेगा पश्चिमी उत्तर प्रदेश इसलिए हर पार्टी वोटरों को रिझाने में लगी है. सभी दल एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं और यह साबित कर रहे हैं कि उन्होंने विकास किया है और मानते हैं कि वे केवल लोगों के कल्याण के बारे में सोचते हैं।
गृह मंत्री अमित शाह आज मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के दौरे पर हैं। वह याद दिलाते हैं , इसी पश्चिम उत्तर प्रदेश ने 2014, 2017, 2019 हर चुनाव में भाजपा की झोली वोटों से भरी है। यही मुजफ्फरनगर भाजपा की प्रचंड जीत की नींव रखता है।यहाँ से जो लहर उठती है वो काशी तक जाती है और हमारे विरोधियों का सूपड़ा साफ कर देती है, इस बार भी यही होने वाला है।
शाह कहते हैं कि मैं 2013 में जब पश्चिम उत्तर प्रदेश का प्रवास करता था तब यहाँ सब लोग सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते थे। सपा-बसपा के गुंडाराज में यहाँ हर व्यक्ति भयभीत था। लेकिन आज यहाँ कोई सुरक्षा की बात नहीं कर रहा है क्यूंकि भाजपा की योगी सरकार ने गुंडों और माफियाओं को चुन-चुन कर भगाया है।
किसान को आश्वासन देते हुए शाह कहते हैं “हम अपने घोषणा पत्र में लाने वाले हैं कि अगर गन्ने के भुगतान में देरी हुई तो किसानों क सूद समेत पैसा मिलेगा।”
शाह ने मतदाताओं को उनके वोट की ताकत के बारे में भी याद दिलाया और कबीर दास दोहा को याद दिलाया “कबीर दास जी ने कहा है… कबीरा लोहा एक है, गढ़ने में है फेर। ताहि का बख्तर बने, ताहि की शमशेर। इसलिए आपका एक वोट माफियाराज से मुक्ति भी दिला सकता है और माफियाराज को वापस भी ला सकता है।”
शाह मुजफ्फरनगर से देवबंद और सहारनपुर गए, शाह ने कहा ” आज कल अखिलेश यादव जी और जयंत चौधरी जी साथ-साथ दिख रहे हैं। लेकिन ये सिर्फ वोटिंग तक का साथ है, अगर गलती से भी इनकी सरकार बन गयी तो जयंत चौधरी जी फिर कहीं नहीं दिखेंगे, फिर से आजम खान और अतीक अहमद सामने आ जायेंगे। और ये इनके टिकेट बाँटने से ही सबको साफ-साफ समझ आ गया है।”
सहारनपुर देहात में आयोजित प्रभावी मतदाताओं की बैठक में आये लोगों से संवाद कर रहा हूँ। https://t.co/I4kGeZdHrm
— Amit Shah (@AmitShah) January 29, 2022
यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय जनता पार्टी को पश्चिमी यूपी से कितनी सीटें मिलती हैं, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी और Samajwadi Party-RLD के बीच प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक है, दोनों पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए दोनों पार्टियां कर रही हैं खूब कोशिश।