पहली बार कैथोलिक चर्च में काले धन का मामला सामने आया

केरल। देश में पहली बार कैथोलिक चर्च में काले धन का मामला सामने आया है. केरल के एर्नाकुलम के आर्कडायस ने कार्डिनल जॉर्ज एलेंचेरी के ख़िलाफ़ चर्च एंड सिविल लॉ के तहत कार्रवाई की सिफ़ारिश की है. द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़ एर्नाकुलम आर्कडायस के प्रवक्ता फादर पाॅल कारेदान ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया, ‘हमने इस बाबत दिल्ली स्थित एपॉस्टॉलिक ननसियो (वेटिकन के प्रतिनिधि) के ज़रिए रिपोर्ट रोम भेजी है. इसमें ज़मीन सौदे से जुड़े मामलों में कार्डिनल एलेंचेरी और दाे अन्य को काले धन के लेन-देन का दोषी मानते हुए उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई और उन्हें पद से हटाने की सिफ़ारिश की गई है.
बताया जाता है कि एलेंचेरी की इस अनियमितता से एर्नाकुलम डायस को वित्तीय नुकसान हुआ है. ग़ौरतलब है कि एलेंचेरी काेच्चि स्थित सायरो-मालाबार कैथोलिक चर्च के प्रमुख हैं. इस संस्था के तहत पूर्व क्षेत्र के 22 चर्च आते हैं. जबकि कार्डिनल एलेंचेरी भारत के उन चुनिंदा कार्डिनलों में शामिल हैं जो पोप (कैथोलिक चर्च के प्रमुख) बनने के दावेदार माने जाते हैं. अब तक इस मामले में एलेंचेरी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
ग़ौरतलब है कि पिछले महीने ही आर्कडायस ने एक छह सदस्यीय समिति बनाई थी. इस समिति को अप्रैल 2005 से हुए ऐसे संदिग्ध ज़मीन सौदों की जांच की ज़िम्मेदारी दी गई थी जिनसे आर्कडायस को आर्थिक नुकसान हुआ. बताया जाता है कि इस तरह के पांच ज़मीन सौदे हुए थे. डायस के मालिक़ाने वाली इन ज़मीनों को बेचने से 27 करोड़ रुपए की आय होनी थी. लेकिन डायस को इनके बदले सिर्फ़ नौ करोड़ रुपए ही मिले.

 

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