नई दिल्ली। हरितालिका तीज 2025 का पर्व इस वर्ष 26 अगस्त, बुधवार को मनाया जाएगा। यह व्रत हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता है और इसका विशेष महत्व है। विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और दांपत्य सुख की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं, वहीं कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की प्राप्ति के लिए इस व्रत का संकल्प लेती हैं।
हरितालिका तीज का महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन माता पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था। उनके तप से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने माता पार्वती को अपनी अर्धांगिनी के रूप में स्वीकार किया। इसी वजह से इस व्रत को सौभाग्य व्रत भी कहा जाता है।
-
तृतीया तिथि प्रारंभ: 26 अगस्त 2025, दोपहर 12:38 बजे
-
तृतीया तिथि समाप्त: 27 अगस्त 2025, दोपहर 01:55 बजे
-
पूजा का श्रेष्ठ समय: 27 अगस्त की प्रातःकाल व संध्या
निष्कर्ष
हरितालिका तीज सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा की जीवंत झलक भी है। यह पर्व पति-पत्नी के बीच प्रेम और समर्पण का प्रतीक है।