नई दिल्ली। केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि हम सभी को अपनी भाषा और संस्कारों के प्रति सजग रहना होगा। हमारी सनातन परंपरा में संस्कारों की जो बीज बाल्यकाल से ही मिलती है, उसका फल जीवन भर मिलता रहता है। परिवार हमारे लिए पहली पाठशाला है। जैसा परिवार का संस्कार होगा, वैसा ही बच्चा बनता है। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं का झुकाव हिन्दी की ओर हो रहा है। हिन्दी से उन्हें रोजगार भी मिल रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जिस प्रकार से पूरे विश्व में भारत का मान बढ़ाया है, वह हम सब भारतीयों के लिए गर्व की बात है।
उद्योग भवन में केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते को द हिन्दी की ओर से सम्मानित किया गया। हिन्दी भाषा अभियान व द हिन्दी के प्रबंध संपादक तरूण शर्मा ने उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर द हिन्दी के प्रधान संपादक ईश्वरनाथ झा और संपादक सुभाष चन्द्र भी उपस्थित थे। औपचारिक बात करते हुए केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि मध्य प्रदेश में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए खूब काम हुआ है। समय-समय पर संगोष्ठी और कार्यशालाओं का आयोजन होता है। इसमें अपने-अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ अपनी राय रखते हैं। जिससे हिन्दी के प्रति दूसरे भाषी लोगों का भी झुकाव बढ़ता है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है। संभावनाएं अपरिमित हैं। सनातन संस्कृति और भारतीय सभ्यता में सभी को समाविष्ट करने की जरूरत है। इसलिए हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए द हिन्दी के साथ युवाओं को अधिक से अधिका जोड़ना चाहिए। इससे हमारी संस्कृति और भाषा दोनों ही मजबूत होगी।