नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। हाल ही में दिल्ली में 16 वीं राष्ट्रीय आइस स्केटिंग चैंपियनशिप एंबियंस मॉल, गुरुग्राम में आयोजित की गई। यह आयोजन आइस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सहयोग से केरल, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, तमिलनाडु और उत्तराखंड जैसे राज्यों से 100़ प्रतिभागियों के साथ हुआ। बच्चों को 10, 10-13, 13-15, 15-19 और 19 से अधिक आयु के कई समूहों में वर्गीकृत किया गया था।
इस चैंपियनशिप के सूत्रधार रहे जगराज सिंह साहनी, निश्चय लूथरा और वासुदेव रांडी। इन तीनों कुशल प्रशिक्षकों की मेंटरशिप में बच्चों ने स्केटिंग की बारीकियां सीखीं। 1980 में जगराज सिंह साहनी फिगर स्केटिंग किंग का खिताब जीत चुके हैं। बता दें कि चैंपियनशिप में निर्णायकों का निष्कर्ष का आधार प्रतिभागियों के स्केटिंग कौशल, शरीर की गतिविधियों, मुद्राओं, तत्वों, छलांग, लचीलेपन और स्पिन रहा।
इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले आदिताभ गुप्ता कहते हैं कि “मैं तब से स्केटिंग कर रहा हूँ जब मैं ढाई साल का था। मेरी बचपन की यादों में स्केटिंग का पहला स्थान है। मैंने एक रोलर स्केटर के रूप में शुरुआत की थी, लेकिन समय के साथ, मैंने आइस स्केटिंग पर भी हाथ आजमाया। मैं इसमें काफी अच्छा प्रदर्शन दे रहा हूं। मैं चाहता हूं टाॅप फिगर आइस स्केटर बनूं। ऐसा होता है तो मैं पहला भारतीय होंगा।
इस अवसर पर श्री आर के गुप्ताय अध्यक्ष, आईएसएआई (द आइस स्केटिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया) ने कहा कि हम भारत में आइस स्केटिंग एक अपसंस्कृति और संज्ञान से गुजर रहा है। हम चाहते हैं कि सरकार इस ओर ध्यान दें और पर्याप्त सुविधाएं दे, ताकि भारत आइस स्केटिंग में भी नाम रोश कर सके। साथ ही हमारी एसोसिएशन पुरजोर कोशिश में है कि आइस स्केटिंग को करियर के रूप में विकसित किया जाए।