लखनऊ। आम जनता चिंता में हो, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कोरोना के खौफ को देखते हुए कुछ समय के लिए विधानसभा चुनाव को टालने का आग्रह किया हो, लेकिन राजनीतिक दलों को इसकी परवाह नहीं है। तभी तो राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से बात करने के बाद केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से कहा गया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अपने नियत समय पर ही होंगे।
लखनऊ में मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि सभी राजनीतिक दलों ने कोविड को ध्यान में रखते हुए चुनाव कराने का सुझाव दिया। इसके अलावा उन्होंने हमें सुझाव दिया कि रैलिया की संख्या नियंत्रित की जाए और धनी आबादी वाले पोलिंग स्टेशन को खुले स्थानों पर बनाया जाए, ताकि कोविड नियमों का पालन किया जा सके। सुशील चंद्रा ने बताया है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदान सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। राज्य में मतदान केंद्रों पर जिन कर्मचारियों की ड्यूटी होगी, उन सभी का पूर्ण टीकाकरण होगा। मुख्य चुनाव आयोग ने कहा कि राज्य में अब तक मतदाताओं की कुल संख्या 15 करोड़ से अधिक है। अंतिम प्रकाशन के बाद मतदाता के वास्तविक आंकड़े आएंगे। अंतिम प्रकाशन के बाद भी अगर किसी का नाम ना आए तो वो क्लेम कर सकते हैं। एसएसआर 2022 के अनुसार अबतक 52.8 लाख नए मतदाताओं को सम्मिलित किया गया है। इसमें 23.92 लाख पुरूष और 28.86 लाख महिला मतदाता हैं। 18-19 आयु वर्ग के 19.89 लाख मतदाता हैं।
बता दें कि विधानसभा चुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश का दौरा किया और दौरे के आखिरी दिन उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि तमाम राजनीतिक दलों ने चुनाव को लेकर हमें सुझाव दिया है। उन्होंने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट लगाए जाएंगे। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए लगभग एक लाख मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध होगी।