
Uttarkashi Cloudburst:उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धाराली क्षेत्र में सप्ताह की शुरुआत में बादल फटने से आई भीषण बाढ़ और भूस्खलन की घटना के बाद हालात गंभीर बने हुए हैं। इस त्रासदी में महाराष्ट्र के जलगांव जिले के 16 लोग अब भी लापता हैं, जबकि धाराली से लगभग 190 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है।
जलगांव के जिलाधिकारी आयुष प्रसाद ने जानकारी दी कि, “जलगांव जिले से 19 लोग उत्तरकाशी क्षेत्र में थे, जिनमें से केवल 3 लोगों से संपर्क हो पाया है। बाकी 16 लोग अभी तक लापता हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि महाराष्ट्र सरकार और जलगांव जिला प्रशासन उत्तराखंड सरकार व उत्तरकाशी प्रशासन के साथ लगातार समन्वय में हैं।
राहत और बचाव कार्य जोरों पर
धाराली क्षेत्र में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ ने सड़कों और पुलों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे राहत कार्यों में भी बाधा उत्पन्न हुई। हालांकि, भारतीय सेना, वायुसेना (IAF), ITBP, NDRF, SDRF, BRO और स्थानीय स्वयंसेवकों की टीमें मिलकर राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
अब तक 3 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 50 लोग लापता बताए जा रहे हैं। बुधवार (6 अगस्त) दोपहर 3 बजे तक के अपडेट में भारतीय सेना ने यह जानकारी दी।
पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्रियों ने दिया आश्वासन
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और स्थिति का जायज़ा लिया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फोन कर हालात की जानकारी ली है और केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
सेना की इंजीनियरिंग टीमों ने मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने और आवागमन बहाल करने का कार्य शुरू कर दिया है।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूत्रों से ही जानकारी प्राप्त करें।