गाज़ा: नासर अस्पताल पर इज़राइली हमला, 5 पत्रकारों समेत 20 लोगों की मौत

गाज़ा के नासर अस्पताल पर इज़राइली हमले में 20 लोगों की मौत, जिनमें 5 पत्रकार भी शामिल। रॉयटर्स और अल जज़ीरा से जुड़े पत्रकार शहीद हुए। जानें पूरी खबर।

"ग़ाज़ा में इज़रायली हमले में शहीद हुए पत्रकार मोहम्मद सलामा, मरियम दग्गा, हुस्साम अल-मसरी, हातीम खालिद, अहमद अबू अज़ीज़ और फोटोग्राफ़र मुआज़ अबू ताहा की याद में तस्वीर।"
“ग़ाज़ा में आज शहीद हुए पत्रकार साथियों — मोहम्मद सलामा (अल जज़ीरा), मरियम दग्गा (एसोसिएटेड प्रेस), हुस्साम अल-मसरी और हातीम खालिद (रॉयटर्स), अहमद अबू अज़ीज़ (मिडल ईस्ट आई) और स्वतंत्र फोटोग्राफ़र मुआज़ अबू ताहा — जिन्हें इज़रायली सेना ने निशाना बनाया।”

गाज़ा: गाज़ा के ख़ान यूनिस स्थित नासर अस्पताल पर सोमवार को हुए इज़राइली हवाई हमले में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई, जिनमें पांच पत्रकार भी शामिल हैं। यह हमला दो बार लगातार हुआ, जिसमें कई लोग घायल भी हुए। इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे “एक दुखद गलती” करार दिया और कहा कि “इज़राइल पत्रकारों, डॉक्टरों और नागरिकों के काम को महत्व देता है।”

नासर अस्पताल में शहीद हुए पांच पत्रकार

गाज़ा की सरकारी मीडिया कार्यालय के अनुसार, इज़राइली हमले में शहीद हुए पत्रकारों के नाम इस प्रकार हैं—

  1. हुस्साम अल-मसरी – रॉयटर्स के फोटोजर्नलिस्ट

  2. मोहम्मद सलामा – अल जज़ीरा के फोटोजर्नलिस्ट

  3. मरियम अबू दक्का – फ्रीलांस पत्रकार (एसोसिएटेड प्रेस सहित कई मीडिया संस्थानों से जुड़ी रहीं)

  4. मुअज़ अबू ताहा – फ्रीलांस पत्रकार (रॉयटर्स समेत कई संस्थानों के लिए कार्यरत)

  5. अहमद अबू अज़ीज़ – क़ुद्स फ़ीड नेटवर्क और अन्य संस्थानों के लिए फ्रीलांस पत्रकार

इसी हमले में रॉयटर्स के फोटोग्राफर हतेम खालिद भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

शहीद पत्रकारों की ज़िंदगी और संघर्ष
  • मरियम अबू दक्का अक्सर नासर अस्पताल से रिपोर्टिंग करती थीं और हाल ही में उन्होंने भूख से जूझते बच्चों पर रिपोर्ट तैयार की थी। वह कई बार विस्थापित हुईं और उनका 13 वर्षीय बेटा युद्ध के शुरुआती दिनों में गाज़ा से बाहर निकाला गया था।

  • मोहम्मद सलामा जल्द ही साथी पत्रकार हाला असफ़ूर से शादी करने वाले थे। उनका सपना था कि युद्धविराम के बाद वे अपनी शादी का जश्न मना सकें।

मीडिया संगठनों की प्रतिक्रिया
  • रॉयटर्स ने हुस्साम अल-मसरी और मुअज़ अबू ताहा की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया और हतेम खालिद के लिए तत्काल मेडिकल मदद की अपील की।

  • एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने कहा कि वह अपने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

  • अल जज़ीरा ने मोहम्मद सलामा की मौत की निंदा करते हुए कहा, “गाज़ा में हमारे शहीद पत्रकारों का खून अभी सूखा भी नहीं था कि इज़राइली सेना ने एक और अपराध किया।”

अब तक 273 पत्रकारों की मौत

गाज़ा युद्ध 7 अक्टूबर 2023 से जारी है और अब तक 246 पत्रकारों की मौत सरकारी आंकड़ों में दर्ज की गई है। वहीं अल जज़ीरा की गिनती के अनुसार यह संख्या 273 तक पहुँच चुकी है।

इसी दौरान, सोमवार को नासर अस्पताल पर हुए हमले के अतिरिक्त, एक अन्य पत्रकार हसन दूहान (अल-हयात अल-जदीदा अख़बार) को भी इज़राइली सेना ने मार गिराया।

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