कोरोना की तीसरी लहर ने देश में एक बार फिर से अपने पैर तेजी से पसारने शुरू कर दिया है। कोरोना के चलते जहां पहले से ही लोगों की आर्थिक तौर पर कमर टूटी हुई है। वहीं दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों ने एक बार फिर स्कूल की फीस में बढ़ोतरी करके अभिभावकों के जेब पर डाका मारने का काम शुरू किया है। स्कूल मैनेजमेंट की तरफ से इस तरह की करवाई से अभिभावक परेशान हो रहे है और उनका कहना है की कोरोना के चलते उनकी आमदनी पहले से काफी कम हो गई है और दूसरी तरफ स्कूल मैनेजमेंट हर साल फीस बढ़ा देता है। स्कूल की मनमानी के चलते अभिभावकों के सामने अपने बच्चों की भविष्य की चिंता उन्हें और परेशान कर रही है। अभिभावकों का कहना है की उनकी आवाज कोई नहीं सुन रहा है। स्कूल मैनेजमेंट की मनमानी और अभिभावकों के जायज़ चिंता को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय युवा नेता श्री आनंद भैय्या रेखी ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार से सवाल किया है की केजरीवाल कब तक अपने राजनीतिक हित के बारें में ही सिर्फ सोचते रहेंगे। क्या उन्हे उन अभिभावकों का दर्द नहीं देख रहा है, जो अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए चिंतित है। आनंद भैय्या रेखी ने केजरीवाल सरकार के नाकामियों पर सवाल खड़े किए और उन्हें नसीहत दिए की अब भी केजरीवाल जी दूसरों राज्यों के चुनाव से अपना ध्यान हटा के दिल्ली की जनता के दर्द को सुने। जिस जनता ने उन्हें काम करने के लिए चुना है, उनके लिए काम करें न की अपने हित और स्वार्थ के लिए। उन्होंने कहा की केजरीवाल पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जाकर बड़े बड़े वादे कर रहे है। लेकिन जिस जनता ने उन्हें इतना प्यार दिया वो उनके प्यार और सम्मान का अनादर कर रहे है। दिल्ली की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।