समृद्धि भटनागर
#UPElection2022: पश्चिमी उत्तरप्रदेश में बहुसंख्यक किसान वोट करते हैं, हर पार्टी का फोकस मतदाता को प्रभावित करने के लिए है। किसान खुश नहीं थे और उन्होंने बिल वापस लेने के लिए सरकार के खिलाफ आंदोलन किया। किसानों की लहर और चुनाव के समय को देखते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि बिल वापस ले लिया जाएगा। तब से हर पार्टी किसानों की ताकत को समझती है। इस बार हर पार्टी यह सुनिश्चित कर रही है कि किसानों को, खासकर जाटों को, क्योंकि उनके पास मजबूत वोटबैंक है।पिछले चुनाव में बीजेपी को जाटों का भरपूर सहयोग मिला था और बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी ,लेकिन इस बार चीजें उतनी आसान नहीं हैं जितनी हो सकती हैं।
मौके पर चौका देखकर अखिलेश यादव ने आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ गठबंधन कर लिया क्योंकि अखिलेश जानते थे की समाजवादी पार्टी को अगर सरकार बनानी है तो उसमें जाट वोट का एक अहम रोल होगा इसीलिए जाट नेता जयंत चौधरी के साथ हाथ मिलाया
हर पार्टी किसानों की मांगों को मान रही है क्योंकि उन्हें पता है कि उन्हें खुश करने से उन्हें सरकार बनाने में मदद मिल सकती है। मुजफ्फरनगर में आज बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने कहा कि अगर किसान को आश्वासन देते हुए शाह कहते हैं “हम अपने घोषणा पत्र में लाने वाले हैं कि अगर गन्ने के भुगतान में देरी हुई तो किसानों क सूद समेत पैसा मिलेगा।”
समाजवादी पार्टी और आरएलडी के चुनावी वादे
- अर्बन एंप्लॉयमेंट गारंटी एक्ट से मनरेगा की तर्ज पर मिलेगा रोजगार
- 5 दिनों में होगा गन्ना किसानों का बकाया भुगतान
- गरीब की भूख का इंतजाम होगा उत्तर प्रदेश में बदलाव होगा
- माजवादी कैंटीन, समाजवादी किराना स्टोर स्थापित किए जाएंगे
- किसानों को मिलेगा ब्याज मुक्त लोन
दूसरी ओर दो युवा नेता अखिलेश और जयंत ने किसानों से वादा किया, “सपा और आरएलडी का संकल्प, गन्ना किसानों का होगा कायाकल्प।सपा सरकार बनते पर 15 दिनों में होगा गन्ना किसानों का बकाया भुगतान ।” किसानों को दिलाएंगे उनका हक़ किसान के बेटों का संकल्प! अखिलेश यादव ने ट्वीट किया “अखिलेश यादव-लाल टोपी-लाल पोटली दोनों ने मिल ताल ठोक ली”
ठोको नीति वालों के ख़िलाफ़ :
लाल टोपी ~ लाल पोटली
दोनों ने मिल ताल ठोक ली pic.twitter.com/iCrckHBc9j— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 29, 2022
अखिलेश और जयंत ने बीजेपी पर लगाए आरोप, कहा अगर कोई नेगेटिव पॉलिटिक्स कर रहा है तो BJP कर रही है। हम दोनों लोग नकारात्मक पॉलिटिक्स खत्म करना चाहते है. हम सब एक हैं और गंगा जमुनी तहजीब को आगे ले जा कर खुशहाली का रास्ता तय करना चाहते हैं। आज मुझे खुशी है इस बात की मेरे साथ जयंत चौधरी जी हम दोनों मिलकर किसानों की लड़ाई लड़ने का कार्य कर रहे हैं।
गाजियाबाद के गाजीपुर बॉर्डर से लेकर पूर्वांचल के गाजीपुर तक भाजपा का सफाया होगा, हमारा गठबंधन ऐतिहासिक जीत दर्ज करने जा रहा है।”, अखिलेश यादव का दावा।