समृद्धि भटनागर
UP ELECTION 2022:उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव ट्रेंडिंग टॉपिक है, हर किसी की नजर उस पार्टी पर है जो सरकार बनाएगी। घर-घर जाकर प्रचार में जुटे बीजेपी स्टार प्रचारक, पश्चिमी यूपी हर पार्टी के निशाने पर उत्तर प्रदेश का यह हिस्सा किसी भी पार्टी के लिए गेम टर्नर होगा। SP-RLD एक साथ काफी अच्छा कर रहे हैं क्योंकि इस क्षेत्र में सबसे अधिक किसान जाट वोट हैं, और भाजपा कैसे दौड़ में वापस रह सकती है, अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा जैसे बड़े पार्टी के नेता प्रत्येक मतदाता घर में दस्तक दे रहे हैं। आज SP-RLD ने मतदाताओं और विपक्ष को यह बताने के लिए एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की कि वे एक साथ हैं और भाजपा एसोसिएशन को नुकसान नहीं पहुंचा सकती है।
लेकिन बीजेपी भी अपने जाट नेताओं के साथ लोगों को लुभाने में लगी है, इसलिए जाट वोट बीजेपी और रालोद के बीच बंट जाएगा, क्योंकि जहां सपा ने चतुराई से RLD के चुनाव चिन्ह पर मुस्लिम उम्मीदवार खड़ा किया है, उसे जाट का समर्थन नहीं मिलेगा।
विपक्ष यह भी कह रहा है कि अखिलेश यादव सरकार बनाने के लिए जयंत चौधरी का इस्तेमाल कर रहे हैं और सिर्फ जाट वोटों के कारण समाजवादी पार्टी अपनी झोली में कई सीटें जोड़ सकती है।
मुज़फ़्फ़रनगर में सपा-रालोद ने मिलकर लिया अन्नदाता पर अत्याचार और अन्याय करनेवाली भाजपा सरकार को हराने-हटाने का ‘संयुक्त अन्न संकल्प’.
किसानों का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा.
किसान एकता का नारा
हमारी ताक़त भाईचारा pic.twitter.com/X1tDpQ1psn— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 28, 2022
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद, अखिलेश ने ट्विटर पर कहा कि SP-RLD ने सामूहिक रूप से उत्तर प्रदेश से भाजपा सरकार को हराने और हटाने के लिए शुक्रवार को “संयुक्त भोजन प्रस्ताव” लिया, जिसने “अन्नदाता पर अत्याचार और अन्याय किया।”
वर्तमान परिस्थितियों में तो नहीं।