Gujarat Elections 2022 : AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM Chief Asaduddin Owaisi)ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2002 में जो सबक सिखाया था, वह यह था कि बिलकिस के बलात्कारियों को मुक्त कर दिया जाएगा और अहसान जाफरी को मार दिया जाएगा। गुजरात के अहमदाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “मैं केंद्रीय गृह मंत्री को बताना चाहता हूं, आपने 2002 में जो सबक सिखाया था, वह यह था कि बिल्किस के बलात्कारियों को आप रिहा कर देंगे, आप बिलकिस के 3 साल के हत्यारे को रिहा कर देंगे। बेटी, अहसान जाफ़री को मार दिया जाएगा…तुम्हारी कौन-सी सीख हम याद रखेंगे?”
2002 mein Kaunsa sabaq sikhaya tha @amitshah? Naroda Patiya ka sabaq? Gulberg ka sabaq? Best Bakery ka sabaq? Bilqis Bano ka sabaq? pic.twitter.com/aV3hWC2Ab4
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) November 25, 2022
उन्होंने कहा कि शाह को याद रखना चाहिए कि सत्ता की कुर्सी सबसे छीनी जाती है। “याद रखें, सत्ता की कुर्सी सबसे छीनी जाती है। सत्ता के नशे में, गृह मंत्री कह रहे हैं कि उन्होंने सबक सिखाया … अमित शाह साहब, जब दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे हुए तो आपने क्या सबक सिखाया? ओवैसी ने कहा कि लोगों को बिलकिस बानो, अहसान जाफरी और बेस्ट बेकरी केस के सबक सिखाए गए।
ओवैसी की यह टिप्पणी गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शुक्रवार को कहा गया कि 2002 में अपराधियों को सबक सिखाया गया था। शाह ने आगे कहा कि ‘बीजेपी ने गुजरात में स्थायी शांति स्थापित की।’ शाह ने राज्य में खेड़ा जिले के मडुआ शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “गुजरात में कांग्रेस के शासन के दौरान (1995 से पहले), सांप्रदायिक दंगे बड़े पैमाने पर हुए थे। कांग्रेस विभिन्न समुदायों और जातियों के लोगों को आपस में लड़ने के लिए उकसाती थी। ऐसे दंगों के जरिए कांग्रेस ने अपना वोट बैंक मजबूत किया था और समाज के एक बड़े तबके के साथ अन्याय किया था.’
27 फरवरी, 2002 को अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल से यात्रियों को ले जा रही साबरमती एक्सप्रेस के एक डिब्बे में गोधरा रेलवे स्टेशन के पास आग लगा दी गई थी। बच्चों सहित कम से कम 59 हिंदू भक्तों की जलकर मौत हो गई थी। इस घटना ने पूरे गुजरात में सांप्रदायिक दंगों को जन्म दिया, जिसमें कम से कम 1,000 लोग मारे गए और हजारों घायल हुए।
गृह मंत्री ने दावा किया कि 2002 के दंगे बदमाशों को कांग्रेस से मिले “लंबे समय तक समर्थन” के कारण हिंसा में शामिल होने की आदत का परिणाम थे।