आगामी लोकसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग अत्याधुनिक “एम थ्री ईवीएम मशीन” का इस्तेमाल करेगा| ऐसा माना जा रहा है कि, इसमें गड़बड़ी की आशंका न के बराबर है| गड़बडी होने पर (M3 EVM Machine) मशीन फैक्ट्री मोड में चली जाएगी| मशीन में कोई कमी हुई तो, गड़बड़ी स्क्रीन पर डिस्प्ले होने लगेंगी| इन दिनों एम थ्री ईवीएम मशीनों की जांच सीतापुर में चल रही है| पिछले चुनावों में कई राजनीतिक दलों ने ईवीएम में गड़बड़ी पर प्रश्न खड़े किए थे|
भारत निर्वाचन आयोग ने वोटिंग और काउंटिंग प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने के लिए नई ईवीएम मशीनों को लाने का निर्णय किया| किसी तरह की गड़बड़ी को रोकने की क्षमता रखने वाली ईवीएम मशीनों के निर्माण का जिम्मा रक्षा मंत्रलय की भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और परमाणु ऊर्जा मंत्रालय की कंपनी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को दिया गया है|
दोनों कंपनियों ने मिलकर नई ईवीएम मशीन का एम थ्री वर्जन डेवलप किया है| इन दिनों सीतापुर में चल रही जांच प्रक्रिया के नोडल अधिकारी संतोष कुमार कहते है कि, एम थ्री ईवीएम मशीन पहले की मशीन से ज्यादा कार्यकुशल और पारदर्शिता पूर्ण है| बूथ कैप्चरिंग व किसी तरह की गड़बड़ी होने पर मशीन खुद फैक्ट्री मोड में चली जाएगी, यानी काम करना बंद कर देगी| ऐसी स्थिति में अधिकारियो को इसे बदलना होगा|
एम थ्री ईवीएम मशीन की खूबियां
स्क्रीन पर डिस्प्ले होगी गड़बड़ी|
अत्याधुनिक एम थ्री ईवीएम मशीन स्टार्ट होते ही स्वत: सब कुछ चेक करेगी|
कोई गड़बड़ी होगी तो, वह स्क्रीन पर डिस्प्ले होने लगेगी इससे कर्मचारियों को कमी का पता लग जाएगा और आसानी ठीक की जा सकेगी|
मशीन बीवी पैड को भी सपोर्ट करेगी|
इसमें काउंटिंग भी पुरानी मशीनों से तेज होगी|