हो जज्बा तो झुकती है दुनिया: तबस्सुम


पुष्कर। मद्धम सर्द लहरों और संगीत की धुन पर थिरकते कोमल कदमों की ताल ने हर किसी को चैंका दिया। ना चाहते हुए भी हर कोई कायल हो गया उन गृहिणियों की प्रतिभा का, जिन्होनें दिखा दिया कि जज्बा हो तो सब मुमकिन है। मौका था सौन्दर्य प्रतियोगिता डैजल मिस एण्ड मिसेज इण्डिया वर्ल्ड का। पुष्कर स्थित आरामबाग रिजोर्ट में दिल्ली की कम्पनी परीसा कम्यूनिकेशन द्वारा आयोजित इस सौंन्दर्य प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों की 21 प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया था।

इनमें दिल्ली की महक तंवर मिस इण्डया वर्ल्ड चुनी गई। जबकि राजस्थान की जया भोला फर्स्ट रनर-अप और महाराष्ट्रा की समर्दि्ध घुले सेकेण्ड रनर-अप चुनी गई। मिसेज श्रेणी में सिक्किम की नफीसा शाह विनर बनी तो महाराष्ट्र की सोनिया निलेश फर्स्ट एवं महाराष्ट्रा की ही भूमिका मोदी और अरुणाचल की लैन्सी तुली सिरके संयुक्त रुप से सेकेण्ड रनर-अप चुनी गई।

एलीट श्रेणी में आसाम की प्रोफेसर मोरोम्मी मेबांग्ग्सा विनर तो कर्नाटका की सविता एच.आर. फर्स्ट रनर-अप तथा तेलांगना की स्वप्ना कोरिप्पा सेकेण्ड रनर-अप चुनी गई। क्वीन श्रेणी में महाराष्ट्र की आशा अग्रवाल विनर और सोमाली सावंत फर्स्ट रनर-अप बनी तो गोवा की सैण्ड्रा फर्नाड्रिस सेकेण्ड रनर-अप चुनी गई। प्लस साइज श्रेणी में हरियाणा की योगेश चैधरी विनर तो मध्य प्रदेश की मनोरामा राईकवार रनर-अप चुनी गई।

दिल्ली की महक तंवर मिस इंडिया वर्ल्ड चुनी गई

चार माह की चयन प्रक्रिया के बाद इन्हें चुना गया था। बालीवुड की सेलेब्रिटी प्रशिक्षक शाइनी सोनी, डैजल मिसेज एशिया गायत्री जी, पूर्व डैजल मिसेज इण्डिया वर्ल्ड डा. दीपा मुखुनधान और डैजल मिसेज इण्डिया यूनिवर्स रितिका तंवर ने प्रतियोगियों को सौंदर्य, स्टाइल, राम्प-वाक्, मोटिवेशन, मेकओवर एवं कारपोरेट एथिक्स का प्रशिक्षण दिया। जजों में तबस्सुम  हक़, ज एशिया गायत्री जी, मिसेज एशिया एलीट  निहारता सदाफुले, सेलिब्रिटी ग्रूमर साइना सोनी शामिल थे।

आयोजक कम्पनी पारिसा कम्युनिकेशन की निदेशक तबस्सुम हक ने बताया कि ब्रैस्ट कैंसर अवेयरनैस को समर्पित इस सौंदर्य प्रतियोगिता की विजेता को चीन में आयोजित मिसेज यूनिवर्स, श्रीलंका में होने वाली डैजल मिस व मिसेज एशिया तथा थाईलैंड में होने वाली डैजल मिस एवं मिसेज यूनाइटेड नेशन प्रतियोगिता में भेजा जाएगा। एक सवाल के जवाब में तबस्सुम हक ने बताया कि हमने उन गृहणियों को एक मौका उपलब्ध कराया है, जिनके अंदर प्रबल इच्छा थी। जज्बा ओ जुनून था। हमने तो बस चिंगारी दिखाई, आग उनके भीतर था। यह आयोजन इस बात की तस्दीक करता है कि सपना की कोई उम्र नहीं होती है। आप जब उठ खडे होंगे, तभी आपका सपना पूरा होगा। तबस्सुम हक ने सभी प्रतिभागियों को आगे के आयोजनों के लिए शुभकामनाएं दी।

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