बिहार पवेलियन मे मंजुशा पेंटिंग के सिल्क साड़ी एवं मंजुशा पेंटिंग के अन्य नायाब उत्पाद लोगों को कर रहा है आकर्शित

नई दिल्ली । 39वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में हॉल नम्बर 12 में सजे बिहार पवेलियन मे वैश्णवी कला केन्द्र के स्टाल पर बिहार के लोकप्रिय कला मंजुशा पेंटिंग के सिल्क साड़ी एवं मंजुशा पेंटिंग के अन्य नायाब उत्पाद लोगों को  खूब आकर्शित कर रहा है एवं  बिहार पवेलियन में आने वाले मंजुशा पेंटिंग से बनी उत्पाद का जमकर खरीदारी कर रहे हैं। स्टाल पर मंजुशा पेंटिंग वाली सिल्क साड़ी , कप एवं टेबल कैलेण्डर लागों को खूब पसंद आ रहा है। बिहार पवेलियन मे भागलपुर के मोहद्दीनगर से आये मंजुशा पेंटिंग के स्टाॅल वैश्णवी कला केन्द्र के संचालक पति-पत्नी की जोड़ी अंजना कुमारी एवं सुभाश पंडित यहाॅं आने वाले लागों को  मंजुशा पेंटिंग के प्रति रूझान को देख काफी खुष हैं।

अंजना कुमारी ने बताया कि मैं बचपन से ही सीता देवी पुरश्कार विजेता अपनी माॅं निर्मला देबी एवं मंजुशा पेंटिंग के मषहुर कलाकार अपने भाई मनोज पंडित से मंजुशा पेंटिंग सीखा एवं षादी के बाद मेरे पति ने मुझे और मेरे मंजुशा पेंटिंग को साथ देने के लिए अपनी नौकरी छोड़कर आ गये और हमलोग वैश्णवी कला केन्द्र के बैनर तहत मंजुशा पेंटिंग को नई पहचान देने में लग गये। सुभाश पंडित ने बताया कि मैं जयपुर में एनएचएआई से जुड़े निर्माण कंपनी में छः साल से नौकरी कर रहा था और छः महिना साल भर पर घर आता था लेकिन जब मैंने देखा कि मेरी पत्नी को दिक्कत हो रहा है एवं वह अपनी कला को ठीक से आगे नहीे बढ़ा पा रही है तो मंजुशा पेंटिंग को आगे बढ़ाने एवं मंजुशा कलाकार अपनी पत्नी को साथ देने के लिए मैंने छः साल परानी नौकरी को छोर पत्नी के साथ मिलकर मंजुशा पेंटिंग नई पहचान देने में जुटे गये। सबसे पहले हमने मंजुशा पेंटिंग को कैनवास एवं पेपर पेंटिंग के सिमित आयाम से बाहर लाकर सिल्क साड़ी , टैक्सटाइल एवं अन्य उपयोगी उत्पाद पर मंजुशा पेंटिंग को बाजार मे लाकर मंजुशा पेंटिंग को लोकप्रियता की नई कहानी लिखने में जुट गये तथा इसके लिए सबसे पहले हमने मार्केट तलाषना षुरू किया और अपने मंजुशा पेंटिंग उत्पाद को दिल्ली, फाइन आर्ट काॅलेज बड़ोदरा, मेघालय षिलांग,कर्नाटक सहित देष के प्रमुख षहरों में प्रदर्षनी एवं खरीदार के माध्यम से लोकप्रिय बनाने में लग गए।

अंजना कुमारी ने बताया कि हमलोग जीवकोपार्जन के लिए घर से बाहर नहीं निकलने वाली ग्रामीण महिलाओं को उनके घर जाकर मंजुशा पेंटिंग सिखाकर उन्हे मंजुशा पेंटिंग की रोजगार देकर स्वावलंबन बना रहे हैं ।

मंजुशा पेंटिंग के अलावा बिहार पवेलियन मे सिक्की क्राप्ट, टिकुली कला, स्टोन क्राफ्ट एवं टेराकोटा कला की लाइव डेमो ने भी लोगो को आकर्षित किया। आज बिहार पवेलियन में लोगों ने स्टोन क्राफ्ट का जीवंत प्रदर्शन देखा साथ ही बिहार के कैमूर जिले के संतोष गुप्ता ने लोगों को इसके बारे में जानकारी भी दिया संतोष गुप्ता ने बताया कि उल्लू कछुआ हाथी और गौतम बुद्ध की प्रतिमाओं का अभी लोगों ने जमकर खरीदारी किया। बिहार पवेलियन के फूड कोर्ट में आज जेडीयू के वरिष्ठ नेता श्री केसी त्यागी जी ने भी लिट्टी चोखा का आनंद उठाया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *