नयी दिल्ली। इतिहास में 22 मार्च की तारीख पर कई महत्वपूर्ण घटनाएं दर्ज हैं, जिनमें 1993 में पहली बार विश्व जल दिवस मनाया जाना शामिल है। जल, जीवन के लिए जरूरी उन अनुकूल वजहों में से एक है जिनके कारण पृथ्वी को ‘‘ब्ल्यू प्लेनेट’’ कहा जाता है।
वर्तमान में जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों की वजह से धरती पर मंडरा रहा खतरा यह अहसास कराता है कि ‘‘जल ही जीवन है’’ और जीवन को बचाने के लिए जल की एक एक बूंद को बचाना होगा। जाहिर है कि विश्व जल दिवस गहरी प्रासंगिकता रखता है।