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The Prime Minister of the Democratic Socialist Republic of Sri Lanka, Mr. Ranil Wickremesinghe is also seen.
कोलंबो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को कोलंबो पहुंचने के तुरंत बाद सेंट एंथनी चर्च पहुंचे और द्वीप देश में ईस्टर के दिन आतंकी हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह चर्च आत्मघाती हमलों की चपेट में आए स्थलों में से एक है। हमले में 11 भारतीयों सहित 258 लोग मारे गए थे।
आधिकारिक दौरे में राष्ट्रपति सचिवालय जाने के रास्ते में प्रधानमंत्री मोदी का काफिला कोलंबो में कैथोलिक चर्च पहुंचा।
मोदी ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि श्रीलंका फिर उठ खड़ा होगा। कायराना आतंकी कृत्य श्रीलंका के हौसले को परास्त नहीं कर सकते। श्रीलंका के लोगों के साथ भारत एकजुटता से खड़ा है।’’ ईस्टर के दिन श्रीलंका में हुए हमलों के बाद इस देश की यात्रा करने वाले मोदी पहले विदेशी नेता हैं। मोदी ने कहा, ‘‘मैं मृतकों के परिजनों और घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
श्रीलंका में ईस्टर के दिन नौ आत्मघाती बम हमलावरों ने कोलंबो स्थित सेंट एंथनीज चर्च, पश्चिमी तटीय नगर नेगोम्बो स्थित सेंट सेबेस्टियन्स चर्च और पूर्वी शहर बट्टीकलोवा स्थित एक अन्य चर्च तथा तीन आलीशान होटलों को निशाना बनाया था। देश में वर्ष 2009 में गृहयुद्ध के खात्मे के बाद यह सबसे भीषण हिंसा थी। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन सरकार ने इसके लिए स्थानीय चरमपंथी समूह नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) को जिम्मेदार ठहराया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘पहला पड़ाव-सेंट एंथनीज चर्च। ईस्टर के दिन आतंकी हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलंबो स्थित सेंट एंथनीज चर्च पहुंचे। भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में श्रीलंका के साथ है।’’ बाद में राष्ट्रपति आवास में मोदी का रस्मी स्वागत किया गया। इस दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना भी मौजूद थे। सिरिसेना हाथ में छाता लिए दिखाई दिए। छाते से वह खुद को और प्रधानमंत्री मोदी को बारिश से बचा रहे थे। कुमार ने दोनों नेताओं की तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘‘आपके साथ हूं — चाहे बारिश हो या धूप। कोलंबो में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भव्य स्वागत की कुछ झलकियां।’’
मोदी ने राष्ट्रपति सचिवालय में अशोक का एक पौधा भी रोपा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मोदी मालदीव के बाद श्रीलंका पहुंचे हैं। मालदीव और श्रीलंका की उनकी यात्रा सागर (एसएजीएआर….क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और वृद्धि) के सिद्धांत के लिए भारत की प्राथमिकता को दर्शाती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संबंध नई ऊंचाईयों तक पहुंचे हैं चाहे वह सुरक्षा में सहयोग का हो या व्यापार या सांस्कृतिक संबंधों में हों। राष्ट्रपति सिरिसेना पिछले महीने मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे।